लुधियाना: लुधियाना में आज जिला स्तरीय समिति ने पुलिस बल के साथ रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और चौड़ा बाजार में अभियान चलाया। भिक्षा मांगने वाले और बेसहारा बच्चों को चिह्नित कर रेस्क्यू किया गया। टीम ने 5 से 8 बच्चों को सुरक्षित हिरासत में लिया, जो रेलवे स्टेशन और पुलों के नीचे घूमते पाए गए। जिन लोगों के पास ये बच्चे थे, उनके आधार कार्ड चेक किए गए और सूची तैयार की गई।
बच्चों को अब चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) को सौंपा जाएगा, जहां उनका सुरक्षित पालन-पोषण किया जाएगा। साथ ही, DNA टेस्ट के ज़रिए परिजनों की तलाश शुरू की जा रही है। अधिकारियों को शक है कि कुछ बच्चे मानव तस्करी या अपहरण का शिकार हो सकते हैं। जांच और रेस्क्यू अभियान आगे भी जारी रहेगा।
यहां बता दें कि सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री बलजीत कौर ने बीते दिनों आदेश जारी किए हैं कि अगर कोई बच्चा किसी वयस्क के साथ भीख मांगता हुआ पाया जाता है, तो उसके पारिवारिक संबंधों की पुष्टि के लिए डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। जब तक रिपोर्ट उपलब्ध नहीं हो जाती, तब तक बच्चा बाल कल्याण समितियों की देखरेख में बाल देखभाल संस्थान में रहेगा।
अधिकारियों ने भी उन्हें आश्वासन दिया हुआ कि अगर डीएनए परीक्षण से यह पुष्टि होती है कि वयस्क का उस बच्चे से कोई संबंध नहीं है जिसके साथ वे हैं, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सामाजिक सुरक्षा निदेशालय (महिला एवं बाल विकास) द्वारा जीवन ज्योत-2 परियोजना के तहत सभी उपायुक्तों को ये निर्देश जारी किए गए हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि जिलों में बाल कल्याण समितियां ऐसे मामलों की पहचान करने में जुट गई है, जहां ऐसा प्रतीत होता है कि किसी बच्चे को किसी वयस्क के साथ भीख मांगने के लिए मजबूर किया जा रहा है और उनका रिश्ता संदिग्ध प्रतीत होता है।
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Big rescue operation in Ludhiana