
अमृतसर: शहर के खालसा कॉलेज के बाहर हुई हवाई फायरिंग की वारदात को पुलिस ने सुलझा लिया है, लेकिन इस मामले में जो खुलासा हुआ है, वह बेहद चौंकाने वाला है। पुलिस ने बुधवार को इस मामले में दो नाबालिगों समेत तीन युवकों को गिरफ्तार किया है, जिनसे पूछताछ में एक बड़ी अंतरराष्ट्रीय साजिश का पर्दाफाश हुआ है। आरोपियों ने विदेश में बैठे मास्टरमाइंड के कहने पर पैसों के लालच में इस वारदात को अंजाम दिया था।
यह कार्रवाई पुलिस कमिश्नर श्री गुरप्रीत सिंह भुल्लर (IPS) के निर्देशों पर की गई। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मानसू बहली (18) और दो अन्य नाबालिगों (उम्र 16 व 17 साल) के रूप में की है। इनके पास से वारदात में इस्तेमाल की गई ग्लॉक पिस्टल, 6 जिंदा कारतूस और एक काले रंग की स्प्लेंडर बाइक भी बरामद की गई है।

पुलिस पूछताछ में एक नाबालिग ने जो कहानी बताई, वो हैरान करने वाली है। लगभग दो महीने पहले उसकी दोस्ती इंस्टाग्राम पर अर्शदीप बंगा नाम के एक शख्स से हुई। बंगा ने उसे विदेश से काम दिलाने का झांसा दिया और फिर बातचीत टेलीग्राम ऐप पर होने लगी। नाबालिग ने बताया कि घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण वह अर्शदीप बंगा और विदेश में बैठे एक अन्य शख्स मोहब्बत रंधावा की बातों में आ गया। आरोपियों को फायरिंग करने के बदले पैसे, एक पिस्टल और बिना नंबर की बाइक दी गई थी।
26 अगस्त को तीनों आरोपी खालसा कॉलेज के पास स्थित ‘हाउस ऑफ ब्यूटी’ पार्लर के सामने पहुंचे और हवाई फायरिंग कर दहशत फैला दी। इसके बाद वे फरार हो गए और बाइक को बोहरू नहर की पटरी पर झाड़ियों में फेंककर ट्रेन से रुड़की (उत्तराखंड) भाग गए थे। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है और विदेश में बैठे मुख्य साजिशकर्ताओं तक पहुंचने के प्रयास किए जा रहे हैं।
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Why did they fire outside a college










