
जालंधर: अमेरिका और भारत के बीच बिगड़े रिश्तों का सीधा असर अब पंजाब की इंडस्ट्री पर दिखने लगा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय सामानों पर लगाए गए 50 फीसदी टैरिफ ने राज्य के उद्योग जगत में हाहाकार मचा दिया है। अनुमान है कि इस टैरिफ वॉर से अकेले पंजाब की इंडस्ट्री को 30,000 करोड़ रुपये का भारी-भरकम नुकसान होगा, और इसका असर भी दिखना शुरू हो गया है। कई बड़े उद्योगपतियों के अमेरिकी ऑर्डर रुक गए हैं, जिससे तालेबंदी का खतरा मंडराने लगा है।
इस आर्थिक संकट का सबसे गहरा असर पंजाब के 7 प्रमुख इंडस्ट्रियल सेक्टरों पर पड़ेगा, जिन्हें अकेले ही करीब 20,000 करोड़ रुपये के नुकसान की आशंका है। इनमें कपड़ा, मशीन टूल्स, फास्टनर्स, ऑटो पार्ट्स, खेल और चमड़ा उद्योग के साथ-साथ खेती उपकरण बनाने वाली इंडस्ट्री भी शामिल है।

उद्योगपतियों का कहना है कि अमेरिका के इस कदम का सीधा फायदा भारत के पड़ोसी प्रतिद्वंद्वी देशों चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश को मिलेगा, क्योंकि अमेरिकी खरीदार अब सस्ते विकल्प के लिए इन देशों का रुख करेंगे।
जालंधर स्थित पंजाब की सबसे बड़ी खेल इंडस्ट्री में से एक, एएम इंटरनेशनल के मालिक मुकुल वर्मा ने कहा, अमेरिका हमारे खेल उत्पादों के लिए एक बहुत बड़ा बाजार है। कई क्लाइंट्स ने अपने ऑर्डर होल्ड कर दिए हैं। यह एक मुश्किल घड़ी है और अब केंद्र सरकार को इस संकट से हमें बाहर निकालने के लिए तुरंत कोई कदम उठाना चाहिए।
आंकड़े बताते हैं कि पंजाब हर साल लगभग 54 हजार करोड़ रुपये का निर्यात करता है, जिसमें से करीब 20 हजार करोड़ रुपये का माल अकेले अमेरिका को भेजा जाता है। ऐसे में इस टैरिफ वॉर ने पंजाब की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ने का काम किया है।
View this post on Instagram


punjab-faces-losses-of-rs-30000-crore










