जालंधर: रूशाली कलेर ने UPSC की परीक्षा पास कर जालंधर ही नहीं बल्कि पंजाब का नाम देशभर में रोशन किया है। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारी बनने का ख़्वाब किसी से कोचिंग लेकर नहीं बल्कि अपने बूते पर सेल्फ स्टडी कर हासिल किया है। रूशाली ने UPSC की परीक्षा में 492वां रैंक हासिल किया है। रूशाली का UPSC में यह दूसरा अटैंप्ट था।
UPSC की परीक्षा पास करने वाली रूशाली से ने कहा कि इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने का क्रेडिट माता-पिता के साथ-साथ उन सभी शिक्षकों को भी जाता है जिन्होंने उन्हें पढ़ाया। रूशाली ने कहा कि हर काम में भगवान का आशीर्वाद और उनमें आस्था होना भी जरूरी है। इंसानों को अपने कर्म पर भरोसा रखना चाहिए, भगवान फल जरूर देता है।
रूशाली ने कहा कि वैसे ट्रेनिंग बाद सरकार कहां पर पोस्टिंग देती है यह तो उस पर ही निर्भर करता है। लेकिन यदि उनके निजी इंटरेस्ट की बात करें तो वह हेल्थ और शिक्षा के क्षेत्र में काम करना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य समाज पढ़ेगा तो आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि समाज शिक्षित हो गया तो गरीबी जैसी बीमारी स्वतः ही खत्म हो जाएगी।
रूशाली ने बताया कि उनके पिता स्टीवन कलेर बिजनेसमैन होने के साथ-साथ एक सुलझे हुए नेता भी हैं। वह सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी के नेता हैं, जबकि चाचा चाचा अविनाश चंद्र भाजपा नेता हैं। जबकि उनकी माता बबीता कलेर IAS अफसर हैं। वह पंजाब सरकार में ही पोस्टेड हैं। उन्होंने कहा कि उनकी तैयारी में दोनों की बहुत बड़ी भूमिका रही है। दोनों ने उन्हें प्रोत्साहित किया और तैयारी का माहौल दिया। रूशाली PCS अफसर अनुपम कलेर की भतीजी है।
रुशाली ने 10वीं तक की पढ़ाई जालंधर के सेंट स्टीफन स्कूल से की। इसके बाद वह जमा दो के लिए चंडीगढ़ में चली गईं। चंडीगढ़ में जमा दो करने के बाद उन्हें पैक (पंजाब इलेक्ट्रॉनिक्स कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग कालेज) में दाखिला मिल गया। वहां से डिग्री पूरी करने के बाद उन्होंने UPSC की तैयारी शुरू की थी।
Jalandhar’s Rushali Kler brought laurels to Punjab, IAS Babita Kler’s daughter Rushali got 492nd rank in UPSC