You are currently viewing बाबू जी स्याही मत लगाना, नहीं तो वो हमें….छत्तीसगढ़ के मतदान में लोगों ने सुनाया दर्द..

बाबू जी स्याही मत लगाना, नहीं तो वो हमें….छत्तीसगढ़ के मतदान में लोगों ने सुनाया दर्द..

रायपुरः छत्तीसगढ़ में लोकसभा सीट के लिए हुए मतदान के लिए बूथों में पहुंचे ग्रामिणों बेचैनी देखने को मिली। उन्होंने अपना वोट तो दिया परन्तु मतदान के समय उंगली पर लगने वाली स्याही को उन्होंने नहीं लगने दिया। उनका कहना था कि अगर वह उंगली पर स्याही लगाएंगे तो नक्सली उन्हें मार देंगे। उन्हें डर था कि नक्सली स्याही देखकर पहचान न लें।
बारसूर से मुचनार के बीच रास्तेभर सन्नाट था एक बुजुर्ग महिला से पूछा गया कि आप वोट देने गईं थी या नहीं, महिला ने कुछ देर से सहमते हुए जवाब दिया- गई थी, लेकिन किसी से मत कहना। उसने अपने अंगूठे को दिखाया और बताया कि अंगूठा लगाकर आ रही हूं। अमिट स्याही नहीं लगवाई, क्योंकि जान का खतरा है।
जिक्रयोग्य है कि सुकमा-बीजापुर में नक्सलियों ने चुनाव बहिष्कार किया था, फिर भी यहां 61% मतदान हुआ जोकि पिछले बार के मुकाबले 2% ज्यादा हुआ। सुकमा-बीजापुर में नक्सलियों ने चुनाव बहिष्कार किया था, फिर भी वोट प्रतिशत बढ़ा। शहरों में मतदान औसत 50% के पार रहा।